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कारगिल युद्ध केवल सैनिकों की वीरता की कहानी नहीं था
कारगिल: वीरता जहाँ लहू बनकर बही, जयघोष बनकर गूंजी तू क्या देगा भारत को? – कारगिल की गूंजता प्रश्न कारगिल: जहाँ साँस...

देखना-सोचना-शेयर करना: एक क्लिक से होती है हिंसा
फेक वीडियो, असली ज़ख्म: मानसिक हिंसा का नया चेहरा देखना-सोचना-शेयर करना: एक क्लिक से होती है हिंसा एक पल...

जंगलराज शब्द कभी विपक्ष का हथियार, अब सत्ता की बेबसी
न्यूज हैंड/अजय कुमार,वरिष्ठ पत्रकार बिहार(BIHAR) में ‘जंगलराज’(Jungle Raj) शब्द महज एक आरोप नहीं, बल्कि दशकों से...

आस्था बनाम इंस्टाग्राम: किस ओर जा रही है हमारी पहचान?
रीतियाँ रह गईं पीछे, रील्स हो गईं आगे आस्था बनाम इंस्टाग्राम: किस ओर जा रही है हमारी पहचान? भक्ति से ब्रांडिंग तक:...

डिजिटल स्मृति: क्या हम अपनी यादों को डेटा सेंटर में दफना रहे हैं?
हम इस युग में जी रहे हैं जहाँ हमारी यादों का ठिकाना अब हमारे दिल-दिमाग या पारिवारिक संदूकों में नहीं, बल्कि...

भारत में सड़क माँगोगे तो गड्ढे मिलेंगे, तारीख माँगो नेताजी मिलेंगे
सड़क माँगोगे तो गड्ढे मिलेंगे, तारीख माँगो नेताजी मिलेंगे सड़क छोड़ो, तारीख दो – नेताजी का स्मार्ट सेवा-संधान ...

कट्टरपंथ से डरा भारत में न्याय, तुष्टीकरण में फंसा देश
न्यूज हैंड ब्यूरो/अजय कुमार,वरिष्ठ पत्रकार ‘उदयपुर फाइल्स(Udaipur Files)’ पर दिल्ली हाईकोर्ट की रोक ने एक बार फिर...

नरेंद्र मोदी -संघ प्रमुख 75 में ‘सेवानिवृत्ति’ के पक्ष में, तो मोदी क्यों अपवाद !
संघ प्रमुख 75 में ‘सेवानिवृत्ति’ के पक्ष में, तो मोदी क्यों अपवाद ! न्यूज हैंड ब्यूरो/अजय कुमार,वरिष्ठ पत्रकार ...

नेताओं की सियासी फायदे वाली चुप्पी और हंगामे वाला ड्रामा
संजय सक्सेना,लखनऊ भारत की राजनीति(Politics of India) एक ऐसा मंच है, जहां हर दिन नया ड्रामा, नया विवाद और नई...

भारत में भ्रष्टाचार की दवाइयों से जहर बनती डॉक्टर फैक्ट्री
सीबीआई की रेड नहीं, मेडिकल सिस्टम की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भ्रष्टाचार की दवाइयों से जहर बनती डॉक्टर फैक्ट्री जब...

जवानी की दौड़: क्या सौंदर्य की चाहत जानलेवा हो सकती है?
जवानी की दौड़: क्या सौंदर्य की चाहत जानलेवा हो सकती है? जवानी का वादा या स्वास्थ्य से खिलवाड़? एंटी-एजिंग पर सवाल ...

खेल के मैदान की हर धड़कन को शब्दों में ढालने वाले नायक
खेल के मैदान की हर धड़कन को शब्दों में ढालने वाले नायक खिलाड़ियों के संघर्ष से समाज की प्रेरणा तक: पत्रकारिता का...









