राष्ट्रीय - Page 2

भूख की आँच में झुलसती मानवता: क्या यही प्रगति है?
खाली थालियाँ, भरे गोदाम: कैसी यह दुनिया हमारी? जब एक भूखे बच्चे की आँखों में रोटी का सपना धुँधला पड़ता है, तो...

डोनाल्ड ट्रंप साहब के साथ वाकई बुरा हुआ
राजनैतिक व्यंग्य-समागम1. शांति का नोबेल : गुरु गुड़ रह गए, चेली शक्कर होए! -- राजेंद्र शर्मा गुरु गुड़ का गुड़ रहा, चेली...

भारतीय संविधान पर उछलता जूता!!
नागपुर में सनातन जाप और संविधान पर उछलता जूता!!आलेख : बादल सरोजमजमून के मुकाबले जूते के चलने को अपने शेर में “बूट डासन...

आरएसएस के 100 वर्ष : जांच के घेरे में एक सदी
आलेख : हसनैन नक़वीराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इस वर्ष अपनी शताब्दी मना रहा है। 27 सितंबर 1925 को नागपुर में डॉ....

एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ और मोहन भागवत
आलेख : सवेरा, अनुवाद : संजय परातेभारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़(Former Chief Justice of India D.Y....

अखंड भारत का नाम, खंडित करने का काम
आरएसएस-भाजपा नाम भले अखंड भारत का लेते हों, वास्तव में काम भारत को खंडित करने का ही करते हैं। आलेख : राजेंद्र...

महान राजा और समाज सुधारक थे महाराजा अग्रसेन
22 सितम्बर जयन्ती पर विशेष महान राजा और समाज सुधारक थे महाराजा अग्रसेन रमेश सर्राफ धमोरा महान राजा और समाज...

दो चोरों में समझौता हुआ
अटल हिन्द /संजय पराते मध्यप्रदेश में डबल इंजन की सरकार है, क्योंकि केंद्र का इंजन भी राज्य के इंजन से जुड़...

चूहे खा गए दो जिन्दा नवजात बच्चों को ,बीजेपी है तो मुमकिन है
चूहे काटते रहे, तंत्र सोता रहा – दो नन्ही जानें गईं लापरवाही का काला अध्याय: अस्पताल की दीवारों में दुबकी मौत ...

भारत में रजिस्टर्ड डाक का अंत केवल एक सेवा का अंत नहीं है, यह एक युग का अंत है।
अलविदा रजिस्टर्ड डाक — एक युग की ख़ामोश विदाई लेखिका: डॉ. प्रियंका सौरभ/न्यूज हैण्ड एक सितंबर दो हज़ार पच्चीस को जब...

स्टारलिंक: भारत की डिजिटल सीमा को पार करता युगांतकारी कदम
स्टारलिंक: भारत की डिजिटल सीमा को पार करता युगांतकारी कदम स्टारलिंक बनाम जमीनी हकीकत: चुनौती और संभावनाएं भारत...

भारत का राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा
देशभक्ति के रंगों का रचनाकार: पिंगली वेंकैया को नमन तिरंगे का स्वप्नदृष्टा, जो इतिहास के पन्नों में खो गया ...











