शहीद अजीत यादव का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

By :  Newshand
Update: 2024-09-23 12:59 GMT


गांव सिवाडी के निवासी अजीत सिंह 5 दिन पहले ही लौटे थे ड्यूटी

असम के मिरयानी में आतंकी सर्च ऑपरेशन की मुठभेड़ में हुए शहीद

शहीद अजीत यादव का छोटा भाई भी सेना में कर रहा देश सेवा

फतह सिंह उजाला

सिवाड़ी / फरुखनगर । वह एक महीना के लिए छुट्टी लेकर परिजनों के बीच पहुंचे ।। छुट्टियां समाप्त होने के बाद 5 दिन पहले ही देश सेवा का संकल्प लेते हुए सभी परिजनों से मिलने के बाद ड्यूटी पर अपनी यूनिट में असम लौट गए। जाते समय वादा किया था एक बार फिर जल्दी ही परिवार के बीच लौटकर आऊंगा।

असम के मिरयानी क्षेत्र में आतंकवादियों के होने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ में गोलियां लगने से अजीत सिंह ने अपना सर्वोच्च बलिदान राष्ट्र हित में दे दिया। सेना के साथी जवान अपने शहीद सैनिक साथी का पार्थिव शरीर लेकर जैसे ही पैतृक गांव सिवाड़ी में पहुंचे ,माहौल बेहद गमगीन हो गया। शहादत की सूचना आने के बाद से ही पैतृक गांव सहित आसपास के गांव के लोगों को भी शहिद के पार्थिव शरीर के पहुंचने का बेसब्री से इंतजार बना रहा । सेना के वाहन से जैसे ही शहीद अजीत सिंह का शरीर लेकर साथी सैनिक घर पहुंचे तो परिजनों पर एक प्रकार से दुखों का पहाड़ टूट गया। शहिद की पत्नी ज्योति देवी को गांव और परिवार की महिलाओं के द्वारा इस दुख की घड़ी में हिम्मत देते हुए उसका हौसला बनाया गया। इसी बीच मौके पर पहुंचे ग्रामीण, जब तक सूरज चांद रहेगा अजीत यादव तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय भारत माता की जय जैसे गगन भेजी नारे लगाते रहे।

संस्कार से पहले सामाजिक और पारिवारिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए सेना की टुकड़ी शहीद अजीत यादव का पार्टी शरीर लेकर अंतिम संस्कार के लिए निर्धारित स्थल पर पहुंची। यहां भी सैकड़ो की संख्या में मौजूद लोगों के द्वारा शहादत के सम्मान में गगन भेदी नारे लगाए गए। शहीद अजीत यादव के पिता ईश्वर सिंह जो कि गांव में ही खेती-बाड़ी का काम कर रहे हैं, उनके द्वारा जानकारी दी गई एक महीने की छुट्टी काटने के बाद 5 दिन पहले ही अजीत हंसी-खुशी परिवार के सभी लोगों से मिलकर अपनी यूनिट में राष्ट्र की सेवा करने की ड्यूटी के लिए पहुंचा था। वह 15 साल पहले सेवा में भर्ती हो गया था। शहीद अजीत यादव का छोटा भाई अमित यादव भी मौजूदा समय में सेना में ही रहकर देश की सेवा कर रहा है। शहीद अजीत यादव अपने पीछे परिवार में 10 वर्षीय पुत्र अंशुल को छोड़ गया है।

शहीद अजीत यादव के अंतिम संस्कार के मौके पर पटौदी के निवर्तमान विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश, पूर्व विधायक विमला चौधरी, जिला परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन संजीव यादव, जिला पार्षद यशपाल, जिला पार्षद अजीत यादव ,पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र यादव,, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की प्रदेश महासचिव एडवोकेट श्रीमती पर्ल चौधरी, शहीद अजीत यादव के पिता ईश्वर सिंह, पुत्र अंशुल, अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी दिलीप छिल्लर, प्रशासन की तरफ से तहसीलदार नवदीप कौर अन्य प्रबुद्ध लोगों के द्वारा पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । मुखाग्नि दिया जाने से पहले सेना की टुकड़ी ने सेना की परंपरा के मुताबिक शहीद सैनिक अजीत यादव के सम्मान में सशस्त्र सलामी दी । बेहद गमगीन माहौल में शहीद अजीत यादव का सैन्य और सामाजिक परंपरा के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया।

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