पुण्डरी में माँ ने दो जवान बेटियों सहित की आत्महत्या
पूंडरी 31 मई /न्यूज हैंड ब्यूरो
पूंडरी के बाकल गांव में गुड्डी देवी ( 50) ने दो विवाहित बेटियों निशा (33) और पूजा ( 26) के साथ कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। दोनों बेटियां मायके आई हुई थीं। शनिवार की सुबह तीनों के शव घर के अंदर मिले। प्रारंभिक छानबीन में इस घटना का जिम्मेदार अमेरिका में नौकरी करने वाले निशा के पति जितेंद्र उर्फ काला को माना गया है। उसके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गुड्डी के परिवार के लोगों ने बताया कि जितेंद्र ने निशा और पूजा को परेशान कर रखा था। वह अमेरिका से दोनों को धमकी भरे मैसेज भेजता था। मैसेज में काफी उल्टी सीधी बातें लिखता था। पूजा की ससुराल में भी उसने कई बार काल की। इससे पूजा और ससुरालियों के बीच अनबन हो गई और वह मायके आ गई। दो बहनों और उनकी मां की आत्महत्या के बाद पूजा के ससुरालीजन पहुंच गए लेकिन निशा की ससुराल से कोई नहीं आया।
जितेंद्र अपनी पत्नी और साली को अश्लील मैसेज भी भेजता था। निशा को तो शादी के बाद से ही परेशान करने लगा था। दोनों के दो बच्चे हैं। पूजा के पति अनिल ने बताया कि जितेंद्र के धमकी भरे फोन और मैसेज ही इस घटना की वजह बने हैं। इस वजह से निशा और पूजा तनाव में आईं। पुलिस ने गुड्डी देवी के पड़ोसियों और रिश्तेदारों से भी बात की है। सभी ने एक ही बात कही है कि घटना के लिए जितेंद्र ही जिम्मेदार है। निशा और पूजा के रिश्ते के दादा मलखान सिंह ने बताया कि सुबह एक रिश्तेदार से उन्हें घटना की जानकारी मिली। इस पर वह घर गए। वहां तीनों के शव पड़े मिले। मलखान सिंह ने बताया कि गुड्डी देवी एक मजबूत और मेहनती महिला थी, जिसने पति की मौत के बाद कभी हार नहीं मानी, लेकिन बेटियों की परेशानियों ने उसे तोड़ दिया।
उत्पीड़न से तंग आकर निशा एक महीने पहले मायके आ गई थी। तीन दिन पहले पूजा भी आ गई। आसपास के लोगों ने बताया कि दोनों बहनें गहरे तनाव में थी और गुमसुम रहती थीं। उनकी परेशानी देख गुड्डी देवी को सदमा लगा और वह भी अवसाद में आ गई थीं। मां और दो बेटियों के आत्महत्या के मामले से गांव में मातम पसर गया है। गुड्डी देवी के घर के बाहर सुबह ही भारी भीड़ जमा हो गई। हर किसी की जुबां पर ही बात थी, ऐसा क्या हुआ जो तीनों को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।
डीएसपी गुरविंदर सिंह ने बताया कि अनिल की तहरीर पर जितेंद्र के खिलाफ मानसकि रूप से प्रताडि़त करने और आत्महत्या के लिए उकसाने की बीएनएस की धारा 107, 108 और 226 के तहत केस दर्ज किया गया है। एक साथ कई पहलुओं पर जांच की जा रही है।