भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय जगत सिंह बनेगा उपराष्ट्रपति ?

भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय जगत सिंह बनेगा उपराष्ट्रपति ?
भिवानी/23 अगस्त /न्यूज हैंड ब्यूरो
भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय जगत सिंह ने एक बार फिर राजनीति में सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है. जगत सिंह पहले भी तीन बार राष्ट्रपति चुनाव के लिए पर्चा भर चुके हैं, हालांकि हर बार उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. इस बार भी संभावना है कि उनका नामांकन रद्द कर दिया जाएगा.जगत सिंह ने बिजली निगम में मीटर रीडर के पद से करियर की शुरुआत की और 36 साल 2 महीने तक विभिन्न पदों पर सेवाएं दीं. 2012 में वे अपर डिवीजन क्लर्क (UDC) के पद से रिटायर हुए. इसके बाद उन्होंने सीधे राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का फैसला लिया.
जगत सिंह दो बार लोकसभा और एक बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2019 में उन्होंने हरियाणा की भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. जिसमें उन्हें 732 वोट मिले थे. इसके बाद 2024 में जगत सिंह ने हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 382 वोट मिले. साल 2024 में उन्होंने भिवानी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 72 वोट मिले.
भारत में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन के लिए 50 सांसदों का प्रस्तावक और 50 का अनुमोदक होना आवश्यक है. वहीं, उपराष्ट्रपति पद के लिए ये संख्या 20+20 यानी कुल 40 सांसदों की समर्थन आवश्यक है. जगत सिंह को किसी भी सांसद का समर्थन नहीं मिला, जिसके चलते उनका नामांकन इस बार भी रद्द होना लगभग तय है.
जगत सिंह का कहना है कि वे हर चुनाव में सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं को प्रमुख मुद्दा बनाते हैं. उनका मानना है कि जब तक कर्मचारी सशक्त नहीं होंगे, तब तक प्रशासनिक व्यवस्था बेहतर नहीं हो सकती. उनका सपना है कि सभी सरकारी विभागों में खाली पदों को भरा जाए और SYL नहर में हरियाणा को पूरा पानी मिले.
2012, 2017 और 2022 तीनों बार जगत सिंह ने राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल किया.
2012 में प्रणब मुखर्जी और पीए संगमा के बीच मुकाबला था
2017 में रामनाथ कोविंद सत्तापक्ष और मीरा कुमार विपक्ष के उम्मीदवार आमने-सामने थे
2022 में द्रौपदी मुर्मू सत्तापक्ष और यशवंत सिन्हा विपक्ष के उम्मीदवार बने
हर बार उनका नामांकन सांसदों का समर्थन ना मिलने के कारण रद्द कर दिया गया.