हरियाणा पुलिस के वर्दीधारी गुंडे ,होटल में घुसे कुक को उठा थाने में लाये मार -मार कर किया अधमरा ,पैसे और फोन भी छीना

नारनौल/अटल हिन्द ब्यूरो 29 /04 /2025
एक तरफ हरियाणा की पुलिस बीजेपी नेताओ की चमचागिरी करने और सार्वजनिक रूप में बिना कोई गुनाह किये माफ़ी मांग रही है दूसरी तरह हरियाणा पुलिस के वर्दीधारी गुंडे आम जनता को प्रताड़ित करने में लगे है यानी बीजेपी हरियाणा के नेता सही कर रहे है जो हरियाणा पुलिस को अपने चरणों में झुकने को मजबूर कर रहे है लेकिन आम जनता का क्या कसूर जिसे गाहे बगाहे हरियाणा पुलिस प्रताड़ित करती है और झूठे केसों में फंसाती रहती है दोषियों के चरणों में और निर्दोषो पर अत्याचार हरियाणा पुलिस का यही कारोबार !
अब नारनौल के गुंडे पुलिस वालों को ही ले लीजिये जब ये महावीर चौक पुलिस चौकी के तीन गुंडे पुलिस वाले रविवार रात 12 बजे के बाद गांव नीरपुर के चौक पर एक होटल में घुस गए थे. और एक निर्दोष कुक को पकड़कर महावीर चौकी ले आए और बेरहमी से पिटाई की थी.हरियाणा पुलिस के इन तीनों गुंडे पुलिस कर्मियों के अलावा एक सादी वर्दी में भी आदमी आया था. पिटाई करने के बाद पुलिस कर्मी उसे एक गाड़ी में बैठाकर वापस उसके होटल में छोड़ आए थे.गुंडे पुलिस वालो ने कुक के पैसे और फोन भी लूट लिए
लेकिन नारनौल के गुंडे पुलिस कर्मियों के होटल में आने तथा कुक को ले जाने की घटना होटल में लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई थी. इस बारे में होटल के कुक तथा पंजाब के जालंधर निवासी विक्रम बहादुर भण्डारी ने पुलिस में शिकायत देकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
कुक ने बताया कि वह नीरपुर में होटल मालिक सतेन्द्र यादव के पास लगभग 3 महीने से काम कर रहा है. रविवार रात को वह सो रहा था तो रात को 12 बजे दरवाजा पर ठक ठक हुई और तीन पुलिस मौके पर आए थे. उन्होंने कहा कि अगले कमरे मे कौन हैं, तब उसने बताया कि यह मालिक का कमरा है तथा वह बंद है. इस पर वे उसे गाड़ी में बैठा लाए तथा पीटना शुरू कर दिया. बाद में उसके बाद महाबीर चौकी ले आए और फिर यहां पर भी तीनों ने मारपीट की. एक और व्यक्ति भी वहां पर सादी वर्दी में आया था और उसने भी उसके साथ मारपीट की. करीब एक घंटे तक मारपीट और पूछताछ के बाद उसे वापस नीरपुर होटल में छोड़कर आ गए. पैसे और फोन छीनने के आरोप भी लगए हैं.
डीएसपी सुरेश कुमार ने दूरभाष पर बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे.
मामले को लेकर पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों से बातचीत करनी चाही तो कैमरे पर कोई भी बोलने के लिए तैयार नही है.