गुड़गांव गोलीकांड से फिर सुर्खियों में राव इंद्रजीत


- लगातार अपडेट हो रहे सोशल मीडिया अकाउंट, जनवरी में भागा था दुबई

==न्यूज हैंड ब्यूरो--

सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बड़े-बड़े नेताओं के साथ लगातार फोटो-रील शेयर करने वाला राव इंद्रजीत यादव एक बार फिर सुर्खियों में है। गुड़गांव में एमएनआर बिल्डर के ऑफिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में राव इंद्रजीत यादव का नाम आ रहा है। जिस दीपक नांदल ने इस गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है, उसने उस पोस्ट में अपने नाम से पहले #raoinderyadav लिखा है।



कौन है राव इंद्रजीत यादव?

राव इंद्रजीत यादव जेम्स म्यूजिक का मालिक है, जो जांच एजेंसियों से बचने के लिए जनवरी में दुबई भाग गया था। इसके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भाजपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं के साथ बेशुमार फोटो हैं। हथियारबंद पुलिसकर्मियों के सुरक्षा घेरे में कितनी ही रील हैं, ताकि लोगों पर प्रभाव बनाया जा सके। पिछले कुछ समय से गैंगस्टर अपनी पोस्ट में इसका नाम साथ लिख रहे हैं, जिससे पता चलता है कि व्यवसायी व समाजसेवी का चोला ओढ़ने वाला राव इंद्रजीत यादव बदमाशों-गैंगस्टर के लिए पहले से ही काम करता रहा है। एल्विश यादव के घर पर गोली चलाने की जिस पोस्ट के जरिए भाऊ गैंग ने जिम्मेदारी ली थी, उसमें भी #raoinderjeetyadav लिखा था। मोहित कबूलपुर पर फायरिंग की जिम्मेदारी वाली पोस्ट में भी इसका नाम था और 13 जून को बदमाशों की आपसी बातचीत की जो रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी, उसमें इसकी भी आवाज थी। इस रिकॉर्डिंग में गैंगस्टर्स से यह कह रहा था कि खुल्लर साहब अपना भाई है।



गायकों-कलाकारों पर बनाया दबाव

गायक-कलाकार जेम्स म्यूजिक के साथ जुड़ कर कार्य करें, इसके लिए उन पर दबाव बनाया जाता था, उनके पास गैंगस्टर्स की धमकियां आती थीं। नाम न लिखने की शर्त पर कुछ गायक-कलाकार इस बात को स्वीकार करते हैं। वे बताते हैं कि उन्हें मजबूर किया जाता था, अंजाम भुगतने की धमकी दी जाती थी। म्यूजिक कंपनी उनके गानों को रिलीज कर खूब माल कमाती थी। लेकिन, डर के कारण वे विरोध नहीं कर सकते थे।




कई मामलों का आरोपी, फिर भी पुलिस सुरक्षा

राव इंद्रजीत यादव के खिलाफ हरियाणा में 7 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें आईपीसी की धारा 307 व 420 भी लगी हुई है। उत्तरप्रदेश में भी इसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। इसके बावजूद इसे हरियाणा पुलिस की सुरक्षा मिली हुई थी। उत्तरप्रदेश व पंजाब पुलिस की भी इसके पास सुरक्षा रही है। लग्जरी गाड़ियों में वर्दीधारियों की भारी सुरक्षा के बीच चलता था, जिससे लोगों पर प्रभाव बनाया जा सके। इसकी हनक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह खुद लैंड क्रूजर में चलता था और सुरक्षा कर्मियों को फॉरच्यूनर में साथ रखता था। सुरक्षाकर्मियों को गुड़गांव के बेहद पॉश इलाके में अपने साथ ही रखता था। सूचना तो यहां तक मिल रही है कि राव इंद्रजीत यादव म्यूजिक कंपनी की आड़ में बदमाशों के ईशारे पर सरकारी सुरक्षा के बीच उगाही व वसूली भी बखूबी करता था।




बीकानेर जेल में लॉरेंस के संपर्क में आया

जिस समय राव इंद्रजीत यादव बीकानेर जेल में बंद था, तो वहां लॉरेंस बिश्नोई भी बंद था। वहां वह उसके संपर्क में आ गया और मित्रता कर ली। खुद सफेदपोश बनकर व्यवसायी व समाजसेवी का चोला ओढ़ लिया। जबकि, बदमाशों के ईशारे पर चलने लगा। उनके लिए वूसली, इन्वेस्टमेंट आदि सब शुरू कर दिया और जल्द ही सैंकड़ों करोड़ का साम्राज्य खड़ा कर दिया।



जनवरी में इनकम टैक्स की रेड के दौरान हुआ फरार

इसके करीब 20 ठिकानों पर जनवरी महीने में इनकम टैक्स की भारी भरकम रेड पड़ी थी। रेड के दौरान एक आईआरएस अफसर का 'आशीर्वाद' हासिल कर मौके से गायब होने में कामयाब हो गया था। इसके बाद से लगातार दुबई में होने की सूचना आ रही हैं, खुद को बचाने के लिए हर 'जुगाड़' में जुटा है। 3 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के जन्मदिन पर अखबार में फुल पेज विज्ञापन भी दिया था। दरअसल, इसका नाम फाइनेंसर मंजीत डीघल की हत्या से भी जुड़ रहा है और बुरी तरह इस बात से डरा हुआ है कि रोहतक पुलिस पकड़ कर अंदर न ठोक दे। इसलिए हरियाणा की सत्ता में दखल रखने वाले लोगों को दुबई बुलाकर मीटिंग भी करता है, कई तरह की पेशकश करता है, ताकि किसी भी तरीके से वे इसे अपना ‘आशीर्वाद’ दे दें।

- अजय दीप लाठर, लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं विश्लेषक हैं।

Related Articles
Next Story
Share it